मान लेते हैं कि अब से, तुम मुझे और मैं तुमको कबूल। मान लेते हैं कि अब से, तुम मुझे और मैं तुमको कबूल।
इसे होने दो यह जो कुछ भी है, इसे होने दो यह जो कुछ भी है,
मुझको दृढ़ निश्चय जीत का हाथ मेरा जो थामे यदुवीर... मुझको दृढ़ निश्चय जीत का हाथ मेरा जो थामे यदुवीर...
टुकड़े कर दूँ दुश्मन के वो शमशीर हूँ मैं टुकड़े कर दूँ दुश्मन के वो शमशीर हूँ मैं
दुश्मन के सख़्त शिकंजे से एक वीर वापस लौटा है। दुश्मन के सख़्त शिकंजे से एक वीर वापस लौटा है।
उनकी वीरताएँ अमर हो गई हैं, जिसे हम अक्सर सुनाया करते हैं। उनकी वीरताएँ अमर हो गई हैं, जिसे हम अक्सर सुनाया करते हैं।